चंडीगढ़ मौली जागरण थाना प्रभारी जयबीर सिंह राणा की दबंगई रॉब

चंडीगढ़ मौली जागरण थाना प्रभारी जयबीर सिंह राणा की दबंगई
चंडीगढ़ मौली जागरण पार्ट 2 में लगभग सालो से हो रही लोगो को समस्या का सुध लेने थाना प्रभारी जयबीर सिंह राणा नहीं पहुंचे न कोई समाधान का आश्वाशन दिया सोशल मीडिया से बात करने और जवाब देना जरुरी नहीं समझा बल्कि पूंजी पति को दे रहे है संरक्षण।
खतरा होने से बाल बाल बचा
10 सितम्बर की रात 09:20pmओवर लोड ट्रक आया और टकर मार हरा भरा पेड़ अपनी चपेट में ले गया बचाव ये था, की आस पास कोई व्यक्ति चपेट में नहीं आया, आज तक पता नहीं चला की करवाई हुई की नहीं इसकी कवरेज नेशनल प्रिंट मीडिया ने भी किया था लेकिन थाना प्रभारी जय बीर सिंह राणा जी की तरफ से जनता को कोई संकेत नहीं मिला की करवाई हुई या नहीं, बताया जाता है की कुछ स्थानीय लोग चाटुकारिता करते है इनका साथ दे रहे है जिसकी वजह से ट्रको का आवागमन चालू था।
वेरिगेट लगने से थाना प्रभारी परेशान
12 नवम्बर को बैरिगेट लगता है जब की उसमे भी अड़चन आरही थी लोगो ने अपनी ड्यूटी छोड़ मोके पर पहुंच बैरिगेट लगाने आई टीम का साथ दिया फिर बैरिगेट लगा उनको भी डराया जा रहा था कोर्ट के नाम पर की हमारे पास कोर्ट की कॉपी है, लेकिन पूछा जाता है तो स्थानीय निवाशियो को दिखाना जरुरी नहीं समझते, हद तो तब हो गई जब 12/11/2022 को बैरिगेट लगा और और 13/12/2022 थाना प्रभारी की गाडी गोदाम मे देखी गई स्थानीय लोगो का कहना था बैरिगेट कोई समस्या का समाधान नहीं है, मोके पर वेबपोर्टल और और डिजिटल मीडिया के माध्यम से खबर कवर करने ibcnewsaaptak (जिसकी सूचना mib के पास निहित है Minister of Information and Broadcasting मंत्री अनुराग ठाकुर के निर्देश से कानून का पालन करता है) पहुंचा जो डिजिटल मीडिया को करना चाहिए तो पाया गया की थाना प्रभारी की गाडी है लगभा 13/11/20222 4 : 30 PM के आस पास उसके बाद वीडियो कवर करने गए वहा चंडीगढ़ पुलिस कांस्टेबल अनिल कुमार आये जायजा लेने जो की गाड़ी को ड्राइव कर रहे थे लेकिन जब लोगो ने उनसे सवाल किया की महाशय ये देखो क्या हो रहा है तब तक वे चल पड़े करे भी क्या जब कमांड दाता ही उस व्यक्ति के साथ है तो उसके खिलाफ कैसे बोले उन्होंने निकल जाना ही उचित समझा
वीडियो कवर कर आते समय मोके पर जो प्लाट मालिक बताया जाता है , नितिन जैन और थाना प्रभारी साथ दिखे जब उनसे बात करने की कोशिश की गई तो थाना प्रभारी ने मना कर दिया स्थानीय निवासी मोके पर मौजूद थे, उसके बाद जब डिजिटल मीडिया के माध्यम से Nitin Jain से बात करने की कोशिश की गई की आप के पास क्या कोर्ट के आदेश है, आपका कार्य क़ानूनी तरीके से नहीं हो रहा तो उनका बचाव करते हुए, मनो संरक्षण थाना प्रभारी से मिल रहा हो जो एक पुरे पुलिस चौकी को अपने नियंतरण में रखते है, उनके माध्यम से बताया गया की ये जवाब देना जरुरी नहीं समझते।
आप समझ सकते है की किस तरह की कानून व्यवस्था है मौली जागरण वार्ड न0 09 की एक जिम्मेदार अधिकारी किस तरह से बात करते है।
ये मुदा राष्ट्रीय प्रिंट मीडिया मे भी उठ चुका है जिसके बावजूद बेरिगेट लगा और अब लोगो की बाउंड्री की मांग है लोगो की मांग तो शुरू से ही बाउंड्री की है जिससे लोगो को सुरक्षा मिले |
विडियो का लिंक नीचे देखे समझे पूरा मामला