चंडीगढ़ मे गरीब कमजोर पर हो रहा है अत्याचार पेड़ गिराने पर भी करवाई नहीं !

चंडीगढ़ मे पूँजी पति अपने हिसाब से कर रहे काम कानून के नियमों कि उड़ रही हैं ध्जीया
चंडीगढ़ मे हाउसिंग बोर्ड के माध्यम से मिले मकान मोली जागरण पार्ट 2 मे कुछ पूँजी पतियों के मध्यम से काम्र्शियल वेहिकल हेवी वाहनों का आवागमन लगातार 6- 7 महीने से चल रहा है जिसकी वजह से कोई भी अप्रिय घटना कभी भी हो सकती है , स्थनीय निवासी हरिनारायण यादव एवं अन्य निवसीयो ने बताया की आज की रात हेवी ट्रांसपोर्ट ट्रक की चपेट में हरा भरा पेड़ आगया
और जब आवाज उठाई तो वहा पर आये पुलिस कर्मचारी ट्रक मालिक के खिलाफ मुकदमा करने की वजह स्थानीय लोगो को कहने लगे की पेड़ हवा की वजह से गिरा है जब की ऐसा कुछ नहीं था, भारी भरकम ट्रक रिहायशी एरिया से गुजर रहे है कोई करवाई नहीं हो रही है, यदि स्थानीय लोग आवाज उठाते है तो उनकों पीटा जाता है, चंडीगढ़ प्रशाशन पर सीधा सवाल उठाते हुए जनता ने कहा की कृषि भूमि पर कारखाने बनाये जारहे है कोई पूछ ताछ नहीं की जारही है हाउसिंग बोर्ड और लोकल पुलिस स्टेशन पर सीधा सवाल उठता है की इस तरह के कार्य किये जा रहे है हाउसिंग बोर्ड हाथ पर हाथ रख कर क्यों बैठा है क्या इसको प्रशाशन की सहमति मान लिया जाए, हाउसिंग बोर्ड चारो तरफ से बाउंड्री क्यों नहीं करती ताकि आवागमन बंद हो सके |
मंदिर के नाम पर गरीबो की रिहायसी सड़क को हथियाने की प्लानिंग
यदि इसी तरह चलता रहा तो जल्द ही वह मंदिर के माध्यम से सड़क को चालू करवालेंगे उनकी यही रडनीति है क्यों की इनका कार्य बढ़ता जा रहा है और वह दिन दूर नहीं की हाउसिंग बोर्ड की सीवरेज लाइन में भी अपना कनेक्शन कर उसको इस्तेमाअल करेंगे ।
आपको बता दे वार्ड 9 से चुनी हुई पार्षद भारतीय जनता पार्टी पूर्व मेयर रह चुके अनिल दुबे की धर्म पत्नी बिमला दुबे है इसतरह की घटना लगातार 6-7 महीने से चल रही है स्थानीय लोग आवाज उठारहे है लेकिन कोई सुनवाई हो नहीं रही है नाही मैडम पार्षद का कोई दखल ही हुआ है इस मामले में, आपको बता दे कारखाने जो है एग्रीकल्चर भूमि में बनाये गये है, गरीबो की छत की सर्वे चंडीगढ़ प्रशासन करवाता है क्युकी इनका सर्वे करवाना आसान है लेकिन पूंजी पति अपने हिसाब से कार्य करवा रहे है प्रशासन के नाको तले जो कानून कि धजिया उड़ रही हैं, इसका सर्वे कब होगा कब होगी कॉलोनी के निवाशियो की समश्या दूर कब बंद होगा ट्रको का आना जाना बंद। पार्षद को इसमें दखल देकर हाउसिंग बोर्ड और चंडीगढ़ प्रशासन के माध्यम से बाउंड्री दे कर सभी अवगाम के रस्ते बंद कर देने चाहिए ताकि कोई बाहर से आकर यहाँ के मूल निवाशियो को जिसको प्रशासन ने बसाया है उनको सुरक्षा मिल सके।